क्लिंकर परिवहन की स्वीकृति हो निरस्त। अन्यथा होगा जंगी धरना प्रदर्शन – ठाकुर।
कोमाखान रेलवे स्टेशन के पास ग्राम घोयनाबाहरा में माल रैक पाईंट बनाने की स्वीकृति निरस्त किया जावे,अन्यथा जंगी धरना प्रदर्शन किया जाएगा – मनोहर ठाकुर
छ.ग.सर्व आदिवासी समाज के महासमुंद जिलाध्यक्ष मनोहर ठाकुर ने कहा है कि कोमाखान-घोयनाबाहरा में रेल्वे रैक पाईंट सिमेंट रा मटेरियल क्लिंकर लोडिंग-अनलोडिंग से डस्ट दूर-दूर तक वायु को प्रदूषित करेगा जिससे आमजन के स्वास्थ्य में बुरा प्रभाव पड़ने से विभिन्न बिमारियों के दस्तक देना तय है। उल्लेखनीय है कि स्थानीय ग्रामीणजनों के अतिरिक्त कोमाखान को केन्द्र बिन्दु मानकर चलें तो यह क्षेत्र आदिवासी बाहुल्य है तथा इस क्षेत्र के लोग दिनचर्या की अपनी आवश्यक सामग्री के लिए कोमाखान में ही निर्भर हैं,मतलब इस क्षेत्र के बहुतायत ग्रामवासियों को भी क्लिंकर डस्ट की प्रदूषण से गंभीर बिमारियों से जुझना ही पड़ेगा।श्री ठाकुर ने आगे स्पष्ट रुप से कहा है कि कोमाखान रेलवे स्टेशन से करीब में ही प्री मैट्रिक आदिवासी बालक छात्रावास तथा आदिवासी कन्या आश्रम संचालित होने के साथ-साथ हायर सेकंडरी, मिडिल व प्रायमरी स्कूल भी है। जिससे आदिवासी विद्यार्थियों सहित सभी वर्ग के विद्यार्थियों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा तथा शासन की अनुसूचित वर्ग को राष्ट्रीय मुख्यधारा से जोड़ने की मंशा पर विफलता को जन्म देना जैसी निर्मित होना लाजिमी है। श्री ठाकुर ने आगे यह भी कहा कि रैक पाईंट सिमेंट रा मटेरियल क्लिंकर से पुलिस थाना कोमाखान भी नजदीक में ही है जिससे पुलिस कर्मियों के स्वास्थ्य पर विपरीत असर पड़ेगा।कृषि पर आधारित यह क्षेत्र किसानों के कृषि भूमि भी डस्ट से बंजर भूमि होने का खतरा मंडरा रहा है,जिससे कृषि उत्पादन में कमी होने की संभावना हमेशा बना रहेगा।
मनोहर ठाकुर ने आगे कहा कि कोमाखान-घोयनाबाहरा में रेल्वे रैक पाईंट में सिमेंट रा मटेरियल क्लिंकर लोडिंग-अनलोडिंग की स्वीकृति को निरस्त किया जावे;अन्यथा छ.ग.सर्व आदिवासी समाज को कोमाखान की धरती में जंगी धरना-प्रदर्शन करने के लिए बाध्य होना पड़ेगा।