जुआरियों को सरपंच पति दे रहे हैं संरक्षण। गांव के युवाओं ने थाने में की लिखित शिकायत
कोमाखान। गांव की व्यवस्थाओं के भली-भांति संचालन के लिए तथा अच्छे बुरे का फैसला करने के लिए लोग गांव का मुखिया चुनते हैं और संवैधानिक रूप से गांव का मुखिया सरपंच होता है जिसके लिए गांव के निवासियों का मानना होता है कि पंचों में साक्षात परमेश्वर निवास करते हैं। लेकिन कोमाखान से लगे हुए एक ग्राम पंचायत के मुखिया के पति स्वयं असामाजिक तत्वों को संरक्षण देते हुए पंच परमेश्वर की गरिमा को खंडित करते हुए नजर आ रहे हैं।
यह पूरा वाकया कोमाखान क्षेत्र के ग्राम सिवनी कला का है जहां के युवकों ने आज कोमाखान थाना पहुंचकर सरपंच पति के द्वारा जुआरियों को संरक्षण देने की शिकायत लिखित रूप से की है।
थाना प्रभारी को सौपे गए शिकायत पत्र में गांव के युवाओं ने बताया कि हमारे ग्राम सिवनी कला में लगातार दो वर्ष से तास-जुआ खेलने का उपक्रम चल रहा है। जिसे गांव के ही सरपंच पति भुनेश्वर साहू द्वारा अपने साथ चार-पांच लड़को को रखकर सरपंच पति होने का धौस दिखाकर अपने घर के सामने तास – जुआ खेलने का काम चलाता हैं। तथा स्वयं भी (भुनेश्वर साहू) जुआ खेलता है। इस प्रकार के असमाजिक तत्वों के चलते ग्राम वासियों तथा गांव के नौनिहालों पर गलत प्रभाव पड़ रहा हैं।
जिसकी शिकायत गांव के युवाओं ने थाना प्रभारी से करते हुए गांव में चल रहे अवैध तास जुए के खिलाफ तत्काल कार्यवाही करने की मांग की है।
गांव के मुखिया के पति के ही संरक्षण में फल फूल रहे हैं असामाजिक तत्व।
बता दें कि सिवनी कला के ही नव युवकों द्वारा गांव में चल रहे असामाजिक तत्वों के कृत्य ताश जुआ को सरपंच पति के द्वारा संरक्षण दिया जा रहा है। गांव में जुए को संरक्षण देने के चलते गांव के बच्चे तथा युवा चोरी शराबखोरी इत्यादि कृत्यों में लिप्त होते नजर आ रहे हैं। इससे पूरे गांव में भय का वातावरण निर्मित हो रहा है।
सिद्धेश्वर प्रताप सिंह, थाना प्रभारी – कोमाखान
“ग्राम पंचायत सिवनी कला के युवाओं के द्वारा गांव में चल रहे अवैध ताश जुआ के खिलाफ लिखित में शिकायत प्राप्त हुई है। जिसकी जांच करा कर उचित कार्यवाही की जाएगी।”