बसना

विचित्र बीमारियों से जूझ रही बेटियों और उनके परिवार से मिलने पहुंचे जिला पंचायत सदस्य

बसना।बसना विकासखंड के ग्राम रसोड़ा में अजीबो गरीब विचित्र बीमारियों अनुवांशिक विकलांगता बीमारी से जूझ रही दो युवतीयों के परिवार से मिलने जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 12 जिला पंचायत सदस्य वृन्दावती पांडे एवं भाजपा चिकित्सा प्रकोष्ठ के जिला संयोजक सोमनाथ पांडे उनके घर पहुंचकर हालचाल जाना और अपने तरफ और शासन के हर संभव मदद का आश्वासन दिया। परिवार के मुखिया गंगाधर साहू ने जिला पंचायत सदस्य और भाजपा जिला संयोजक सोमनाथ पांडे को बताया कि उनके परिवार के दो पुत्री निष्ठा साहू 30 वर्ष एवं रूबी साहू 28 वर्ष अजीबो गरीब विचित्र बीमारियों अनुवांशिक विकलांगता बीमारी को झेल रही हैं। ओड़िसा और छत्तीसगढ़ के अस्पतालों में बहुत इलाज करवाने के बाद भी इस बीमारी का नाम एवं कारण किसी भी डॉक्टर ने अब नही बता पाये हैं। ये बीमारी परिवार में बढ़ता ही जा रहा हैं। पहले विकलांगता की इस बीमारी से पीड़िताओं की मां फिर मामा की मौत हुई हैं। परिवार पूरी तरह टूट चुका हैं। इनके इलाज 3 एकड़ जमीन को बेचकर करने पर भी स्वास्थ्य में कोई सुधार नहीं हो सका। अब परिवार गरीबी में बड़ी मुश्किल से जीवनयापन कर रहे हैं। जिसके कारण आगे का इलाज करा पाना संभव नहीं हो पा रहा हैं। आगे बताया कि आगे गंगाधर साहू ने बताया कि 1986 में 35 वर्ष पूर्व चंदेली गांव के सीरिया साहू से विवाह हुआ था। जो वर्ष 1990 में निष्ठा साहू, 1992 में रूबी साहू और 1994 विश्वास साहू को स्वस्थ बच्चों को जन्म दिया था। लेकिन वर्ष 2005 में गंगाधर साहू की पत्नी को सीरिया साहू को विकलांगता की बीमारी शुरू हुई जो कुछ ही दिन बाद शारीरिक एवं मानसिक रूप से पूरी तरह विकलांग हो गई जिसे बहुत इलाज कराने के बाद भी वर्ष 2007 में इनकी मृत्यु हो गई कुछ ही दिन बाद चंदेली के उनके भाई बरनलाल की भी इसी बीमारी से हुई मृत्यु होना बताया। श्रेया साहू 2007 में सीतापुर विद्यालय 10 वीं की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद 11 वीं पढ़ाई के लिये पिथौरा के परसवानी स्कूल गई इसी दौरान श्रेया साहू को विकलांगता की बीमारी की शुरुआत हुई जिसके कारण पढ़ाई को छोड़कर वापस घर आना पड़ा और देखते ही देखते उसकी छोटी बहन रूबी साहू भी इसी बीमारी की चपेट में आ गई। इस बीमारी के कारण दोनों बहनों को पढ़ाई छोड़ना पड़ा। देखते देखते दोनो बहनों में यह बीमारी बढ़ता गया जो शारीरिक एवं मानसिक रूप विकलांग करता जा रहा हैं। इसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग ना ही पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग हमारे परिवार की सुध ली हैं। जब ये परिवार 2016 में प्रमाण पत्र के लिए महासमुंद जिला अस्पताल गए तो निष्ठा साहू का 55 प्रतिशत एवं रूबी साहू का 50 प्रतिशत विकलांगता प्रमाण पत्र बना कर दिया गया। समय के साथ बढ़ते बीमारी के कारण विकलांगता बढ़ता जा रहा हैं। लेकिन 2021 में जब विकलांगता प्रमाण पत्र बनवाने के लिए महासमुंद गए तो उनका प्रतिशत बढ़ने के बजाय 50 प्रतिशत हो गया। ये परिवार जैसे तैसे करके बड़ी मुश्किल से जीवनयापन कर दोनो बहनों के लिये इंदिरा गांधी राष्ट्रीय विकलांग पेंशन सहित इलाज के लिये शासन प्रशासन से हाथ फैलाए बैठा है लेकिन अभी तक किसी भी प्रकार की कोई योजनाओं का लाभ हमारे परिवार को अभी तक नहीं मिला है। जिस पर भाजपा जिला संयोजक सोमनाथ पांडे ने इलाज हेतु एम्स हॉस्पिटल रायपुर दोनो बहनों को ट्रासायकिल और विकलांग पेंशन शासन से स्वीकृति दिलाने और अपने तरफ से हर संभव मदद देने की बात कही। साथ ही इनके संबंध महासमुंद सासंद चुन्नीलाल साहू और जिले के नए कलेक्टर नीलेश कुमार महादेव से चर्चा करने की बात कहीं। इस दौरान पूर्व जिला पंचायत सदस्य अखिलेश भोई रसोड़ा सरपंच प्रतिनिधि मनोज प्रधान सहित गांव के प्रमुख लोगों की उपस्थिति रही।

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