Dhamtari News

कलेक्टर के आदेश पर कृषि विभाग का शिकंजा – कालाबाजारी करने वालों की खैर नहीं

औचक निरीक्षण में उजागर हुई अनियमितताएँ – नोटिस, विक्रय प्रतिबंध और लाइसेंस निलंबन की कड़ी कार्रवाई

धमतरी, 30 अगस्त 2025।
धमतरी जिले में उर्वरक की कालाबाजारी पर आखिरकार कृषि विभाग का डंडा चला। किसानों की जेब काटने और उन्हें समय पर खाद उपलब्ध न कराने वाले विक्रेताओं पर विभाग ने औचक छापामार कार्रवाई करते हुए कई बड़ी अनियमितताओं का खुलासा किया।

इस पूरे अभियान का नेतृत्व संचालक कृषि राहुल देव के मार्गदर्शन और कलेक्टर अविनाश मिश्रा के निर्देशन में हुआ। उप संचालक कृषि की अगुवाई में बनी विशेष टीम में उर्वरक, बीज और कीटनाशक दवाईयों के निरीक्षक शामिल थे, जिन्होंने जिलेभर के कृषि केन्द्रों पर धावा बोला।

❖ डेढ़ दर्जन से अधिक केन्द्रों पर छापामार कार्रवाई

करीब डेढ़ दर्जन कृषि केन्द्रों और विक्रय परिसरों में अचानक पहुंची टीम ने जैसे ही स्टॉक रजिस्टर और गोडाउन की जांच शुरू की, वैसे ही कई जगहों पर गड़बड़झाला सामने आ गया।
जांच में शामिल प्रतिष्ठान –

  • मेसर्स महावर ब्रदर्स, कुरूद
  • मेसर्स नेतराम कृषि केन्द्र, मंदरौद
  • मेसर्स प्रेम कृषि केन्द्र, मंदरौद
  • मेसर्स माँ चण्डी कृषि केन्द्र, कुरूद
  • मेसर्स मधु ट्रेडर्स, कुरूद
  • मेसर्स लक्ष्मी कृषि केन्द्र, कोकड़ी
  • मेसर्स शुभम ट्रेडर्स, कोकड़ी
  • मेसर्स महामाया कृषि केन्द्र, संबलपुर

निरीक्षण में न सिर्फ विक्रय में अव्यवस्था मिली बल्कि कुछ केन्द्रों से कालातीत कीटनाशक भी जब्त किए गए।

❖ दोषियों पर विभाग का डंडा

  • किसान ट्रेडर्स, कुरूद, नेतराम कृषि केन्द्र, मंदरौद और प्रेम कृषि केन्द्र, मंदरौद पर कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए उनका विक्रय तत्काल प्रतिबंधित कर दिया गया है।
  • जबकि माँ चण्डी कृषि केन्द्र, कुरूद में कालातीत कीटनाशक मिलने पर उसका लाइसेंस निलंबित कर दिया गया और बिक्री पर रोक लगा दी गई।

❖ विभाग का अल्टीमेटम

कृषि विभाग ने सभी विक्रेताओं को चेतावनी दी है कि उर्वरक की बिक्री केवल अनुशंसित दरों पर ही की जाए। विभाग ने साफ कर दिया है कि अब से कोई भी कालाबाजारी, जमाखोरी या किसानों से अधिक पैसे वसूलने की कोशिश बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
निरंतर औचक निरीक्षण के जरिए ऐसे गोरखधंधों पर पैनी नजर रखी जाएगी।

❖ किसानों से सीधी अपील

उप संचालक कृषि ने किसानों से कहा है कि यदि कहीं भी उन्हें अधिक दाम पर खाद बेचे जाने या अन्य किसी गड़बड़ी की सूचना मिले तो वे तुरंत निकटतम कृषि विभाग कार्यालय में शिकायत करें। विभाग ऐसी शिकायतों पर तुरंत कार्रवाई करेगा।

❖ बड़ा असर – विक्रेताओं में हड़कंप

इस कार्रवाई के बाद जिलेभर के कृषि विक्रेताओं में हड़कंप मच गया है। कई विक्रेता अपने रजिस्टर और स्टॉक दुरुस्त करने में जुट गए हैं। वहीं किसानों ने राहत की सांस ली है कि अब उन्हें समय पर और उचित मूल्य पर उर्वरक मिलने की संभावना बढ़ गई है ।

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