
वट सावित्री व्रत परंपरा की अद्भुत मिसाल बना तेंदुकोना ग्राम |
तेंदुकोना | विशेष संवाददाता
पवित्र वट सावित्री व्रत के अवसर पर तेंदुकोना ग्राम में स्थित वट वृक्ष के नीचे इस वर्ष भी परंपरानुसार सभी सुहागिन माताओं ने अपने पति की दीर्घायु, सुख-समृद्धि एवं पारिवारिक कल्याण हेतु श्रद्धा भाव से व्रत रखा और विधिवत पूजा-अर्चना की।
इस धार्मिक आयोजन में सुहागिनों ने वटवृक्ष की परिक्रमा कर वट सावित्री व्रत कथा का श्रवण किया। इसके पश्चात महाआरती कर समवेत स्वर में मंगल कामनाएं की गईं। व्रत कथा का वाचन एवं व्याख्यान नगर के प्रतिष्ठित पुरोहित पंडित श्री भागीरथी महाराज के द्वारा किया गया। उन्होंने इस व्रत के धार्मिक महत्व और सावित्री-सत्यवान की कथा को विस्तार से प्रस्तुत किया, जिसे उपस्थित माताओं ने ध्यानपूर्वक श्रवण किया।
श्रद्धा के साथ देशभक्ति का भी संदेश
इस कार्यक्रम में 22 अप्रैल को पुलवामा में हुए आतंकी हमले का भी भावपूर्ण स्मरण किया गया, जिसमें एक सुहागिन हिंदू माता का सुहाग उजड़ गया था। इस अमानवीय कृत्य के विरोध में उपस्थित सभी माताओं ने पाकिस्तानी आतंकियों के खिलाफ एकजुट होकर प्रतिकार की भावना प्रकट की।
उन्होंने भारत सरकार एवं हमारे वीर सैनिकों को आतंकी ठिकानों को नष्ट करने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया और यह संकल्प लिया कि भविष्य में कोई आतंकी ताकत भारत की ओर आंख उठाकर न देख सके — “सुहाग का सिंदूर सुरक्षित रहे, यही संकल्प है।”



सिंदूरदान महादान – एक संकल्प, एक प्रेरणा
इस अवसर पर मंदिर विकास महिला समिति द्वारा “सिंदूरदान महादान” कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें श्रीमती गुलापी सिन्हा के द्वारा सभी उपस्थित सुहागिन माताओं को सिंदूर डिब्बों का दान कर आशीर्वाद प्रदान किया गया। यह आयोजन माताओं के आत्मबल और धार्मिक आस्था का प्रतीक बना।
शीतल जल एवं प्रसाद वितरण की व्यवस्था
व्रत आयोजन के दौरान शीतल पेयजल की उत्तम व्यवस्था श्री सत्यनारायण अग्रवाल परिवार एवं मंदिर विकास महिला समिति की अध्यक्ष श्रीमती भारती मनीराम साहू के द्वारा की गई।
कार्यक्रम के समापन पर श्रीमती भारती साहू ने सभी उपस्थितों का आभार प्रदर्शन करते हुए प्रसाद वितरण के पश्चात कार्यक्रम को विधिवत विराम दिया
प्रमुख उपस्थितियां:
इस भव्य आयोजन में ग्राम की अनेक मातृशक्ति शामिल हुईं, जिनमें प्रमुख नाम इस प्रकार हैं:
- श्रीमती मीनादिक्षित
- श्रीमती मंदाकिनी दुबे
- श्रीमती भारती साहू
- श्रीमती गुलापी सिन्हा
- श्रीमती पुष्पा साहू
- श्रीमती तुलसी साहू
- श्रीमती विद्या साहू
- श्रीमती गुंजा साहू
- श्रीमती सावित्री साहू
- श्रीमती योगेश्वरी साहू
- श्रीमती रश्मि सोनी
- श्रीमती सविता अग्रवाल
- श्रीमती सीता अग्रवाल
- श्रीमती अर्चना तिवारी
- श्रीमती भुवनेश्वरी पटेल
- श्रीमती स्वाती मिश्रा
- श्रीमती रुक्मणी सोनी
- श्रीमती इन्दु पंडा
- श्रीमती स्वधा सोनी
- श्रीमती सुमन विश्वकर्मा
- श्रीमती नागेश्वरी विश्वकर्मा
- श्रीमती कावेरी विश्वकर्मा
- श्रीमती फूलबाई
- श्रीमती पूर्वी पटेल
- श्रीमती प्रियंका सिंह
साथ ही कार्यक्रम में वार्ड पंच श्री अमित अग्रवाल, पंडित भागीरथी दुबे, तथा ग्रामवासी तेंदुकोना की उपस्थिति ने इस आयोजन को और अधिक गरिमा प्रदान की।
धार्मिक आस्था, सामाजिक एकता, राष्ट्रभक्ति और महिला सशक्तिकरण का अद्वितीय संगम बना तेंदुकोना का यह वट सावित्री व्रत आयोजन। ऐसी सांस्कृतिक परंपराएं हमारे समाज की जड़ों को मजबूत करती हैं और आने वाली पीढ़ियों को अपने मूल से जोड़े रखती हैं।
(रिपोर्ट – विशेष संवाददाता, तेंदुकोना)