
“नगर पालिका महासमुंद का हरित संकल्प: महिला समूहों के जरिए होगा वृक्षों का संरक्षण…. देवीचंद राठी
महिला सशक्तिकरण और पर्यावरण संरक्षण की अनूठी पहल : “महिला के लिए वृक्ष” वृक्षारोपण महाअभियान की शुरुआत
नगर पालिका महासमुंद उपाध्यक्ष देवीचंद राठी ने दी जानकारी

महासमुंद।
भारत सरकार के दीनदयाल उपाध्याय राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन (NULM) के तहत “एक पेड़ मां के नाम” से प्रेरित होकर अब “महिला के लिए वृक्ष” नामक वृक्षारोपण महाअभियान की शुरुआत की जा रही है। इस महाअभियान को अमृत मित्र 2.0 योजना के अंतर्गत आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय, भारत सरकार, नई दिल्ली द्वारा देशभर के नगरीय निकायों में क्रियान्वित किया जाएगा। छत्तीसगढ़ में यह योजना NULM सेंटर्स के माध्यम से नगर पालिकाओं द्वारा संपादित की जा रही है।
नगर पालिका महासमुंद के उपाध्यक्ष श्री देवीचंद राठी ने जानकारी देते हुए बताया कि इस वृक्षारोपण अभियान का उद्देश्य सिर्फ पौधारोपण करना नहीं है, बल्कि उनके संरक्षण और रखरखाव की स्थायी व्यवस्था सुनिश्चित करना भी है। भारत सरकार को यह अनुभव हुआ है कि हर वर्ष करोड़ों पौधे लगाए जाते हैं, लेकिन समुचित संरक्षण के अभाव में उनका अस्तित्व संकट में पड़ जाता है। इसी को ध्यान में रखते हुए इस योजना में महिला स्वसहायता समूहों (SSG) की भागीदारी सुनिश्चित की गई है।
🔹 योजना तीन चरणों में होगी संपादित
प्रथम चरण: स्थल चयन (21-23 मई 2025)
- वृक्षारोपण के लिए स्थलों की पहचान का कार्य पूर्ण हो चुका है।
- चिन्हित स्थल: संजय कानन, गुरु गोविंद सिंह गार्डन, मांगलिक भवन साइड।
- यह जानकारी भारत सरकार को प्रेषित की जा चुकी है।
- भविष्य में स्कूल, कॉलेज, आंगनबाड़ी केंद्र, जल उपचार संयंत्र एवं अन्य सरकारी विभागों को भी जोड़ा जाएगा।
- महासमुंद नगर पालिका को 5,000 पौधे लगाने का लक्ष्य दिया गया है।
- इच्छुक संस्थाएं नगर पालिका से संपर्क कर इस अभियान में सम्मिलित हो सकती हैं।
द्वितीय चरण: वृक्षारोपण (5 जून से 31 अगस्त 2025)
- चिन्हित स्थलों पर बड़े पैमाने पर पौधारोपण किया जाएगा।
- पौधे वन विभाग की नर्सरी से खरीदे जाएंगे।
- अभियान को पूर्णतः डिजिटल ट्रैकिंग सिस्टम से जोड़ा जाएगा ताकि सरकार को प्रतिदिन रिपोर्टिंग हो सके।
तृतीय चरण: संरक्षण एवं निगरानी (1 वर्ष तक)
- पौधों के संरक्षण, सिंचाई, जैविक खाद, उर्वरक आदि का प्रबंध महिला स्वसहायता समूह की महिलाओं द्वारा किया जाएगा।
- प्रत्येक समूह की तीन महिलाओं को 250-300 पौधों की देखरेख का जिम्मा सौंपा जाएगा।
- उन्हें हर महीने आकर्षक मानदेय मिलेगा, जिससे उनका परिवार चल सके।
- एक परियोजना 300 पौधों की मानी जाएगी, जिसमें शासन द्वारा ₹2,70,000 तक का बजट निर्धारित किया गया है।
- आवश्यकता अनुसार T-गार्ड और अन्य सुरक्षात्मक संसाधन भी उपलब्ध कराए जाएंगे।
🔸 डिजिटल और पारदर्शी निगरानी प्रणाली
- योजना पूर्णत: डिजिटल प्लेटफॉर्म पर आधारित होगी।
- NULM पोर्टल के माध्यम से प्रत्येक स्थल और संस्था को रजिस्टर किया जाएगा।
- प्रतिदिन की गतिविधियां ऑनलाइन अपडेट की जाएंगी।
- शासन एवं प्रशासन इस पर गंभीर और सतत निगरानी रखेगा, ताकि किसी प्रकार की कोताही न हो।
🟢 पर्यावरण संरक्षण के साथ महिला सशक्तिकरण
- यह योजना न केवल हरित भारत की दिशा में मील का पत्थर बनेगी, बल्कि महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त करने की दिशा में भी उल्लेखनीय कदम है।
- महिला सहभागिता के माध्यम से स्थानीय स्तर पर रोज़गार सृजन को भी बल मिलेगा।
🙏 शुभकामनाएं और आभार
इस ऐतिहासिक अभियान के लिए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, उपमुख्यमंत्री एवं नगरीय प्रशासन मंत्री अरुण साव, केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू, प्रभारी मंत्री दयालदास बघेल, सांसद रूपकुमारी चौधरी एवं विधायक योगेश्वर राजू सिन्हा का नगर पालिका महासमुंद की ओर से आभार एवं बधाई प्रेषित किया गया है।
📢 नगर पालिका की अपील
नगर पालिका उपाध्यक्ष श्री राठी ने महासमुंद के सभी शासकीय विभागों एवं शैक्षणिक संस्थानों से अपील की है कि यदि वे अपने परिसरों में वृक्षारोपण एवं संरक्षण कार्य कराना चाहते हैं, तो नगर पालिका से संपर्क कर NULM पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन अवश्य कराएं।
📌 “महिला के लिए वृक्ष” महाअभियान केवल एक वृक्षारोपण योजना नहीं, बल्कि यह महिला सशक्तिकरण, पर्यावरण संरक्षण और सामुदायिक सहभागिता का प्रतीक बनकर उभर रहा है।
🌱 हर महिला एक वृक्ष की संरक्षिका, हर वृक्ष भविष्य का संरक्षक!