
पटवारी का रिश्वत लेते वीडियो दिखाकर ग्रामीणों ने कलेक्टर से मांगा इंसाफ,
कलेक्टर ने दिखाई संवेदनशीलता, आरोपी पटवारी विजय प्रभाकर निलंबित
खबर पूरे विस्तार से………….
महासमुंद। जिले के पिथौरा ब्लॉक अंतर्गत ग्राम पेंड्रावन में पटवारी की कार्यशैली से क्षुब्ध ग्रामीणों का आक्रोश फूट पड़ा था। बुधवार को पेंड्रावन और आसपास के करीब दर्जन से अधिक ग्रामीणों ने कल कलेक्टोरेट पहुंचकर कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह को ज्ञापन सौंपा और पटवारी विजय प्रभाकर पर गंभीर आरोप लगाते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की थी।



ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पटवारी विजय प्रभाकर ने राजस्व संबंधी कार्य के एवज में 500 रुपये की रिश्वत मांगी। इस पूरी घटना का कथित वीडियो ग्रामीणों ने कलेक्टर को सबूत के तौर पर सौंपा, जिसमें पटवारी के हाथ में 500 रुपये का नोट स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है।
कलेक्टर ने लिया तत्काल संज्ञान, जांच के दिए निर्देश
महासमुंद कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह ने ग्रामीणों की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए पिथौरा एसडीएम श्री ओंकारेश्वर सिंह को जांच के निर्देश दिए।
एसडीएम द्वारा पटवारी विजय प्रभाकर को दिनांक 01.05.2025 को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए 24 घंटे में जवाब प्रस्तुत करने को कहा गया।

स्पष्टीकरण न देने पर निलंबन
निर्धारित समय सीमा के भीतर स्पष्टीकरण प्राप्त न होने पर पटवारी विजय प्रभाकर को निलंबित कर दिया गया।
एसडीएम श्री ओंकारेश्वर सिंह द्वारा जारी निलंबन आदेश में कहा गया है कि वायरल वीडियो में पटवारी को आमजन से धनराशि मांगते और प्राप्त करते हुए देखा जा सकता है, जिससे शासन-प्रशासन की छवि धूमिल हो रही है।
यह कृत्य छत्तीसगढ़ सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के नियम 3(2) तथा छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण तथा अपील) नियम 1966 के नियम 9 के विपरीत पाया गया। अतः श्री विजय प्रभाकर, पटवारी हल्का नंबर 50 ग्राम मोहगांव को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है। निलंबन अवधि में उनका मुख्यालय तहसील कार्यालय पिथौरा रहेगा तथा उन्हें मूलभूत नियम 53 के अंतर्गत जीवन निर्वाह भत्ता देय होगा। यह आदेश तत्काल प्रभावशील होगा।

The Hawker News ने उठाया मुद्दा
इस पूरे मामले को The Hawker News ने प्रमुखता से प्रकाशित किया, जिससे प्रशासन का ध्यान इस ओर आकर्षित हुआ और त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित हो सकी।
The hawker news द्वारा चलाए गए समाचार का लिंक….
पटवारी की निलंबन के रूप में जिले के अधिकारियों– कर्मचारियों को महासमुंद कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह का सख्त संदेश:
“जनता को परेशान करने वाले किसी भी अधिकारी या कर्मचारी को बख्शा नहीं जाएगा। शासन-प्रशासन का दायित्व जनता की सेवा है, यदि कोई भी इस विश्वास को तोड़ता है, तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होगी।”
यह संदेश न सिर्फ आरोपित पटवारी के निलंबन के रूप में सामने आया, बल्कि जिले भर के अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए स्पष्ट चेतावनी भी बनकर उभरा है।
ग्रामीणों को मिला भरोसा, प्रशासन पर बढ़ा विश्वास
कलेक्टर की संवेदनशीलता और त्वरित कार्रवाई से ग्रामीणों को न्याय की उम्मीद जगी है। लोगों ने इस कदम का स्वागत करते हुए कहा कि इस तरह की पारदर्शिता और सख्ती से ही प्रशासनिक व्यवस्था में सुधार आएगा।