बिहान योजना महिलाओं को स्व-रोजगार से जोड़कर स्वावलंबी बनाने में सबसे बेहतर दिशा प्रदान कर रही है- देवेंद्र बहादुर सिंह
बसना। प्रदेश के प्रत्येक ग्रामीण गरीब परिवारों से कम से कम एक महिलाओं को स्व- सहायता समूह से जोड़ना उन्हें अधोसंरचना उपलब्ध कराना एवं उनकी वार्षिक आय में वृद्धि कराना प्रदेश के ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान योजना का महत्वपूर्ण ध्येय है। बिहान योजना महिलाओं को स्व-रोजगार से जोड़कर स्वावलंबी बनाने में सबसे बेहतर दिशा प्रदान कर रही है।
गांव की महिलायें संगठित होकर समूह के माध्यम से विभिन्न आयमूलक गतिविधियों से जुड़ी नजर आ रही है। बिहान समूह की महिलाएं अपनी हुनर से उत्कृष्ट दैनिक जीवन में उपयोग की जाने वाली वस्तुओं निर्माण कर रही हैं उक्त बातें छग वन विकास निगम के अध्यक्ष व बसना विधायक राजा देवेंद्र बहादुर सिंह ने बसना के सिटी ग्राउण्ड आयोजित बिहान मेला में कही। उन्होंने आगे कहा कि प्रदेश सरकार अगले चरण में ग्रामीण क्षेत्रों के गोठानों को ग्रामीण उधोग के रूप विकसित करते हुये महिलाओं को सम्मान के साथ आर्थिक आत्म निर्भरता के बहुयामी अवसर प्राप्त होंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता जनपद अध्यक्षा रूखमणी पटेल ने की। जिला प्रशासन के मार्गदर्शन में जनपद पंचायत बसना द्वारा आयोजित बिहान कार्यक्रम को दो पालियों में प्रथम पाली न्यायपालिका के अतिथियों द्वितीय पाली में जनप्रतिनिधियों के आतिथ्य में संचालित की गयी। मेला कार्यक्रम में कन्या शाला विद्यार्थियों, समूह की महिलाओं द्वारा देशभक्ति, छत्तीसगढ़ी, सुआ सहित गांवो से आये कर्मा पार्टियों द्वारा विविध मनोरंजक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी गई। बिहान मेला में बसना जनपद क्षेत्र के 24 महिला स्वसहायता समूह अपना स्टाल लगा कर घरेलू एवं दैनिक जीवन उपयोग की जानी वाली वस्तुओं मिट्टी के बर्तन, सजावटी सामान, आचार, सब्जी, छत्तीसगढ़ी व्यंजन, अगरबत्ती, साबुन, हस्तकरघा से निर्मित कपड़े, घांस की बनी टोकरी, टोपी फिनायल, कृषि कार्य हेतु दवाईयां सहित विभिन्न उत्पादों का प्रर्दशनी लगाकर बिक्री की गई।
इसके अलावा संकनी नाम से शिक्षा विभाग क्रमशः डंकनी से राजस्व विभाग, जटाशंकर से जनपद पंचायत, गोदावरी से स्वाथ्य विभाग, कोटरी से फायर बिग्रेड और सोन नाम से पुलिस विभाग द्वारा लोगों की समस्याओं के निराकरण हेतु इंस्टॉल लगाया गया था। जिसमें बसना विधायक देवेंद्र बहादुर सिंह, विधायक प्रतिनिधि मंजीत सिंह सलुजा, पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष तौकीर दानी, जिला उपाध्यक्ष इस्तियाक खेरानी, तनवीर सईद, ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष विजय साहू, बसना युंका विधानसभा अध्यक्ष खालिद दानी, जिला पंचायत सीईओ एस आलोक, एसडीएम नम्रता जैन, तहसीलदार रामप्रसाद बघेल, सीईओ सनत महादेवा, बीएओ जेआर डहरिया, बीएमओ जेपी प्रधान, विकासखंड महिला बाल विकास अधिकारी चंद्रहास नाग, उद्यानिकी विस्तार अधिकारी उपेन्द्र नाग, विकासखंड कृषि विस्तार अधिकारी पीएन सामल, मनरेगा पीओ प्रेमचंद बंजारे सहित बसना विकासखंड के जनप्रतिनिधियों, अधिकारी व कर्मचारियों ने इसका अवलोकन किया। मेला में स्वसहायता समूह की महिलाओं को गोदना आर्ट, निरमा फिनाइल एवं झाडू निर्माण का प्रशिक्षण दिया गया। स्व सहायता समूह के महिलाओं द्वारा लगाये गए स्टॉक का उनके प्रदर्शन क्रियान्वयन के अनुसार 6 सदस्यीय निर्णायक बसना महाविद्यालय के प्राचार्य सीमा अग्रवाल, कन्या शाला बसना के एनके पंडा, स्वामी विवेकानंद इंग्लिश विद्यालय के प्राचार्य खिरोद्र पुरोहित, वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी पीएन सामल, विकास खंड विस्तार अधिकारी बीएल नायक और पशु चिकित्सा अधिकारी जितेंद्र नायक द्वारा प्रथम स्थान माटी कला बोर्ड गढ़फुलझर द्वितीय स्थान लक्ष्मी समूह नानकसागर एवं नया सवेरा समूह भंवरपुर तृतीय स्थान जय अम्बे स्व सहायता समूह संकरी का पुरस्कार दिया गया। बिहान मेला में 2 लाख 48 हजार 955 रुपये की उत्पाद की खरीदी बिक्री की गई। कार्यक्रम का संचालन शिक्षक विवेकानंद दास, पूर्णानंद मिश्रा और अमित चौरसिया ने किया। कार्यक्रम में बसना विकासखंड सभी विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों जनप्रतिनिधियों सहित महिला समूह की महिलाओं सहित हजारों की संख्या में लोगों की उपस्थिति रही।
जनपद पंचायत बसना द्वारा आयोजित विकासखंड स्तरीय बिहान मेला में पत्रकारों को आमंत्रित कर किया गया उपेक्षित सभी वर्गो के लिये बैठक की व्यवस्था थी लेकिन पत्रकारों के लिये बैठने की कोई व्यवस्था नही किया। पूर्व में स्थानीय पत्रकारों द्वारा विकासखंड स्तरीय बड़े कार्यक्रम में निमंत्रण नही देने पर पत्रकारों ने आक्रोश जताकर किया था जनपद सीईओ का विरोध।