
बसना। जिला सहकारी बैंक पिरदा अंतर्गत धान नवीन धान खरीदी केंद्र टांगापासा में धान खरीदी केंद्र प्रभारी नेमिष नायक पर बिना धान खरीदी किये ही आवक बताकर का पीला पर्ची काटकर धान का आवक बताकर फर्जी तरीके से धान खरीदी का आरोप लगाकर शिकायतकर्ता प्रकाश पटेल द्वारा नवीन धान खरीदी केंद्र टांगापासा में धान के रख रखाव में भारी लापरवाही, धान खरीदी केंद्र में गुणवत्ताहीन झिल्लियों उपयोग, धान स्टेक में सिंगल डेनेज का उपयोग की शिकायत करते हुये भौतिक सत्यापन की मांग करते हुए इसकी शिकायत महासमुन्द कलेक्टर, उपपंजीयक महासमुंद और एसडीएम सरायपाली किया गया था।
जिस पर उप पंजीयक महासमुंद द्वारा सहकारिता निरीक्षक पिथौरा पल्लवी मेश्राम, सहकारिता निरीक्षक बसना मनोज नायक और खाध निरीक्षक चन्द्रकांत बघेल की जांच टीम गठित कर जांच कार्यवाही हेतु 09 जून 2021 को जांच कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया था। जिस पर जांच टीम द्वारा नवीन धान खरीदी केंद्र टांगापासा पहुंचे लेकिन धान खरीदी केंद्र प्रभारी नेमिष नायक कोरोना पॉजिटिव होने के कारण जांच में उपस्थित नही हुआ जांच कार्यवाही हेतु अगली तिथी की लिखित में मांग की जिस पर पुनः 16 जून को जांच अधिकारियों द्वारा शिकायतकर्ता प्रकाश पटेल एवं खरीदी प्रभारी नेमिष नायक उपस्थित में जांच कार्यवाही की गई।
जांच में उपार्जन केंद्र टांगापासा में उपलब्ध स्टॉक का भौतिक सत्यापन किया गया जिसमें स्टेक में रखे गये धान की बोरे की संख्या 27763 पैकेट, उपार्जन केंद्र में खड़े रखे धान की बोरे की संख्या 1099 और ट्रक में लोड धान की बोरे की संख्या 600 पैकेट धान कुल 29462 पैकेट धान भौतिक सत्यापन में पाया गया। जो की खरीदी प्रभारी और कम्युटर ऑपरेटर द्वारा उपलब्ध कराए गए कम्युटर आधारित रिपोर्ट अनुसार 29213 पैकेट धान वर्तमान में उपलब्ध दर्शित हैं। इस प्रकार 249 बोरी ज्यादा धान भौतिक सत्यापन में पाया गया हैं।
जिसके संबंध में धान खरीदी प्रभारी नेमिश नायक द्वारा अपने बयान में बताया कि भौतिक सत्यापन में 249 बोरी अधिक पाया गया ज्यादा हैं जो कि सभी स्टेको के रखे धान की बोरी कटी हुई होने के कारण सभी को एकत्रित किया गया हैं। इसलिये धान अधिक हैं। धान उठाव में लेट लतिपी होने कारण सभी स्टेको में डनेज नही लग पाया हैं।
शिकायतकर्ता प्रकाश पटेल ने अपने बयान में फर्जी किसानों के संबंध कुछ नही बताया ना ही बयान में उल्लेख किया। धान खरीदी केंद्र टांगापासा में धान के रख रखाव में केंद्र प्रभारी लापरवाही देखी गई जहां कुछ धान के स्टेक बिना डनेज और कुछ धान स्टेक में डनेज में देखने को मिला इसके अलावा धान को बरसात की पानी से बचाने के लिये गुणवक्ता पूर्ण केप कवर त्रिपाल अनुपलब्धता देखी गयी। जिससे खरीदी केंद्र में खराब धान भी देखा गया।
“शिकायतकर्ता प्रकाश पटेल द्वारा किसानों से फर्जी तरीके से धान करने के संबंध में भौतिक सत्यापन के संबंध में शिकायत की गई थी जिस पर भौतिक सत्यापन में वर्तमान में उपलब्ध 29213 बोरी धान के जगह 29642 बोरी 249 बोरी ज्यादा धान पाया गया। फर्जी तरीके से किसानों से धान खरीदी के संबंध शिकायतकर्ता द्वारा कुछ नही बताया गया ना ही उल्लेख किया गया हैं। धान के रख रखाव में प्रभारी की लापरवाही का जांच प्रतिवेदन में उल्लेख कर हमारे द्वारा उच्च अधिकारियों को सौंप दी जावेंगी।”
मनोज नायक
जांच अधिकारी व सहकारी निरीक्षक बसना