
संकुल समन्वयक पर मनमानी और अनियमितता के आरोप, जांच की रफ्तार धीमी
पिथौरा :
मोहगांव में कार्यरत संकुल समन्वयक अंजय कश्यप के खिलाफ गंभीर आरोप सामने आए हैं। उनके व्यवहार और कार्यप्रणाली को लेकर राज्य के शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों से शिकायत की गई है। शिकायतकर्ता ने जांच की धीमी गति पर भी चिंता जताई है।
जानकारी के अनुसार, आरटीआई कार्यकर्ता विनोद कुमार दास ने 6 जनवरी 2025 को अंजय कश्यप के विरुद्ध डीपीआई रायपुर और संभागीय संयुक्त संचालक, रायपुर को 7 बिंदुओं में शिकायत सौंपी थी। इसमें बताया गया कि संबंधित अधिकारी न केवल अपने दायित्वों का निर्वहन सही तरीके से नहीं कर रहे, बल्कि सरकारी बैठकों में अनुपस्थित रहना, अन्य सहयोगियों के प्रति अनुचित टिप्पणी करना और पूर्व में छात्रों के साथ अनुशासनहीनता जैसे मामलों में भी शामिल रहे हैं।
पहली शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं होने पर 6 मार्च और फिर 9 अप्रैल को दोबारा अनुरोध किया गया, लेकिन जांच की प्रक्रिया शुरू नहीं हो सकी।
शिकायत में यह भी उल्लेख है कि जब सूचना के अधिकार के तहत जानकारी मांगी गई, तो जनसूचना अधिकारी ने स्पष्ट जानकारी देने के बजाय जवाब को भ्रमित करने वाला बनाया।
पूर्व में श्री कश्यप ने नवंबर महीने में संकुल समन्वयक के पद से इस्तीफा दिया था, परंतु बाद में उन्हें फिर से पद पर नियुक्त कर दिया गया, जिसे लेकर भी सवाल उठे हैं।
इस पूरे मामले पर संभागीय संयुक्त संचालक राकेश पांडेय ने बताया कि शिकायत उन्हें प्राप्त हो चुकी है और प्रारंभिक जांच के निर्देश दिए जा चुके हैं। जांच पूरी होने के बाद नियम अनुसार आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
यह प्रकरण अधिकारियों की जवाबदेही, प्रशासनिक प्रक्रिया और पारदर्शिता को लेकर स्थानीय स्तर पर चर्चा का विषय बना हुआ है।