
महासमुंद।उन आंखों में जो अब तक सिर्फ छत के ख्वाब देखती थीं, उनके लिए एक नई उम्मीद की किरण फूट पड़ी है। प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण के अंतर्गत चल रहे ‘आवास+ 2024’ सर्वे को अब और वक़्त मिल गया है—15 मई, 2025 तक। पहले जहां इसकी अंतिम तारीख 30 अप्रैल रखी गई थी, अब सरकार ने इस प्रक्रिया को और वक्त देकर हर जरूरतमंद तक पहुंचने की ठानी है।
इस फैसले के पीछे सिर्फ एक उद्देश्य है—कोई भी ग्रामीण परिवार जो आज भी टूटी दीवारों और फूस की छतों में जीवन बसर कर रहा है, वह इस बार छूट न जाए। हर वह माँ जिसकी आंखें अपने बच्चों के लिए एक पक्का घर देखती हैं, हर वह बुज़ुर्ग जो ज़िंदगी की सांझ में एक सुरक्षित कोना चाहता है—उन तक सरकार की ये योजना पहुंचे, यही मकसद है।
जिला प्रशासन ने गांव-गांव अपील की है—अबकी बार छूटना नहीं है! ‘आवास+ 2024’ मोबाइल एप से आप खुद सर्वे में हिस्सा ले सकते हैं, लेकिन ध्यान रहे, आपकी दी हुई जानकारी की पुष्टि सर्वे टीम द्वारा ज़रूरी होगी।
2024-25 तक “सभी के लिए आवास” का जो सपना भारत ने देखा है, अब उसे मिल रही है असली रफ्तार। यह महज़ एक योजना नहीं, यह उन सपनों की ईंटें हैं जो हर गरीब के दिल में एक घर की तरह धड़कती हैं।
