
महासमुंद। किसानों से धान खरीद कर 3 साल से उनका पुराना बकाया ना देने वाले राइस मिलों के खिलाफ शिकायती आवेदन लेकर कलेक्टर और एसपी से मुलाकात करने पहुंचे किसानों से किसी ने मुलाकात नहीं की और उन्हें नजरबंद कर दिया गया।
जी हां पूरा मामला महासमुंद जिला क्षेत्र अंतर्गत का है जहां पिछले तीन-चार सालों से अलग-अलग व्यापारियों ने किसानों से धान खरीदी की लेकिन उसका बकाया भुगतान नहीं किया है । के चलते किसान अच्छे खासे परेशान नजर आ रहे हैं और इसी बात की शिकायत करने और कलेक्टर एसपी से मुलाकात करने किसानों का दल कल कलेक्ट्रेट पहुंचा था।
लेकिन ना अधिकारियों से मुलाकात हुई ना पुलिस ने उन्हें अंदर जाने दिया। पर खफा होकर किसान कलेक्ट्रेट का मुख्य गेट पर बैठ गए और रात्रि 12:00 बजे तक कलेक्ट्रेट के मुख्य द्वार पर बैठे रहे।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार कलेक्ट्रेट के मुख्य द्वार पर बैठे हुए किसानों को रात्रि 12:00 बजे पुलिस के द्वारा उन्हें गिरफ्तार करके मंडी में नजरबंद किया गया था। हाथी उनका मोबाइल भी छीन लिया गया था। बाद में रात्रि 2:00 बजे के बाद किसानों को उनके मोबाइल तो लौटा दिए गए लेकिन अब तक किसानों के परिश्रम का पैसा दबाने वाले राइस मिल रोके ऊपर कोई कार्यवाही नहीं हुई है।
किसानों की मांग है कि मेहनत मजदूरी करके जीने वाले वर्ग का मेहनताना दबाने वाले राइस मिलरो के ऊपर न्याय उचित कार्यवाही होते हुए विभिन्न धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज होनी चाहिए साथ ही किसानों के बकाया का भुगतान भी होना चाहिए।
जानिए क्या है पूरा मामला
गौरतलब है कि महासमुंद जिले में तीन चार सालों से अलग अलग व्यापारियों द्वारा किसानों से लिए गए धान का भुगतान नहीं होने से किसान खासे परेशान हैं। यही वजह है कि पिछले दिनों आर्थिक और मानसिक रूप से परेशान कन्हारपुरी के 65 वर्षीय किसान कांतिलाल साहू ने कीटनाशक दवाई सेवन कर आत्महत्या कर ली थी।
कल मंगलवार को जिले के किसान मृतक किसान कांतिलाल साहू को श्रद्धाजंलि देने और बकाया राशि की भुगतान की मांग को लेकर छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ एवं किसान भुगतान संघर्ष समिति महासमुंद के बैनर तले कृषि उपज मंडी समिति महासमुंद प्रांगण में एकजुट हुए थे। यहां सभा पश्चात किसान नेता एवं जिला पंचायत सदस्य जागेश्वर जुगनू चन्द्राकर, किसान मजदूर महासंघ के संयोजक मंडल सदस्य तेजराम विद्रोही, किसान सुरेश चन्द्राकर, प्रवीण चन्द्राकर, पवन चन्द्राकर, बिसह चन्द्राकर, तिलक साहू, के नेतृत्व में रैली निकालकर कृषि उपज मंडी, कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक के हाथों राज्यपाल, छत्तीसगढ़ शासन, संयुक्त सचिव छ ग शासन कृषि विकास एवं किसान कल्याण तथा जैव प्रौद्योगिकी विभाग मंत्रालय रायपुर को पत्र सौंपने की तैयारी थी। लेकिन कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक के नहीं मिलने से किसान रात को कलेक्ट्रेट के मुख्य गेट के पास ही रुक गए।
रात्रि 12 बजे जागेश्वर जुगनू चन्द्राकर, तेजराम विद्रोही, पवन चन्द्राकर, तिलकराम साहू, मोतीलाल भोई, अजय साहू, टिकेश्वर प्रधान, मनोरंजन बरिहा, मदन प्रधान, हेमसागर प्रधान को कलेक्ट्रेट गेट से गिरफ्तार कर लिया गया। उन्हें रात्रि 1 बजे मंडी प्रांगण में नजर बंद कर दिया गया है। किसानों से जब्त मोबाइल को रात्रि 2.40 बजे वापस किया है।