
प्रभारी प्राचार्य ने विद्यालय को लगाया चुना | जानिए कहाँ का है मामला …………………
नर्रा। शासकीय कुलदीप निगम उच्चतर माध्यमिक विद्यालय नर्रा के तत्कालीन प्रभारी प्राचार्य गजराज पाडे द्वारा आर्थिक अनियमितता पाई गई, जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा गठित जांच दल द्वारा दिनांक 18/8/19 को शाला प्रबंधन एवं विकास समिति ने सर्वसम्मति से प्रस्ताव किया कि तत्कालीन प्रभारी प्राचार्य गजराज पाडे द्वारा अपने पद में रहते हुए शाला निधि का गबन एवं अनेक वित्तीय अनियमितता बरतते हुए स्वयं के लाभ के लिए शाला निधि को रुपए 2 लाख 8485 मात्र(रु.दो लाख आठ हजार मात्र) की आर्थिक क्षति पहुंचाई।पारित प्रस्ताव के परिप्रेक्ष्य में शाला प्रबंधन एवं विकास के अध्यक्ष विजय शंकर निगम द्वारा दिनांक 21/9/20 को जिला शिक्षा अधिकारी महासमुंद को बिन्दुवार शिकायत प्रेषित की गई। शिकायत की गम्भीरता को देखते हुए दिनांक 3/10/20को जिला शिक्षा अधिकारी महासमुंद द्वारा श्री के.आर.क्वाची विकास खंड शिक्षा अधिकारी बागबाहरा और श्री ए.एस.ध्रुव प्राचार्य शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बीके बहरा की जांच दल गठित कर जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत करने का आदेश दिया गया।

एक वर्ष बाद दिनांक 21/10/21 को जांच दल द्वारा अपना प्रतिवेदन जिला शिक्षा अधिकारी महासमुंद को प्रेषित किया गया।
जिसमें दोनो अधिकारियों ने अपना अभिमत दिया।जांच दल के दोनों अधिकारियों ने पाया कि श्री गजराज पाडे तत्कालीन प्रभारी प्राचार्य शा.उ.मा.वि.नर्राद्वारा निम्न आर्थिक अनियमिततायें पाई गई जो मदवार निम्नानुसार है:-
क्रीड़ा फंड में 10000-00रु. (अक्षरी दस हजार रु.मात्र), परीक्षा निधि में कुल 52250-00रु.(अक्षरी बावन हजार दो सौ पचास रु.मात्र) रेडक्रास में 9211-00रु.(अक्षरी नौ हजार दो सौ ग्यारह रु मात्र) क्रियाकलाप में 6590-00 रु(अक्षरी छ: हजार-पांच सौ नब्बे रु मात्र) स्काउट गाइड में325-00रु (अक्षरी तीन सौ पच्चीस रु मात्र) विज्ञान फंड में 4800-00रु(अक्षरी चार हजार आठ सौ रु मात्र) शाला प्रबंधन एवं विकास समिति 4500-00रु(अक्षरी चार हजार पांच सौ रु मात्र) राष्ट्रीय शिक्षा मिशन में 28947-00रु (अक्षरीअठाईस हजार नौ सौ सडतालिस रु मात्र) अन्य (प्राथमिक सहकारी समिति) में 3000-00रु (अक्षरी तीन हजार रु मात्र)
उपरोक्त विभिन्न मदो मे कुल 1,20,623-00 रु की आर्थिक अनियमितता पाई गई। अतः जांच दल रु 1,20,623-00 की राशि वसूली की अनुशंसा की जाती है। अतः आवश्यक कार्यवाही हेतु सादर संप्रेषित है।
यहां यह विशेष रूप से उल्लेखनीय है कि पूर्व में जिला शिक्षा अधिकारी महासमुंद द्वारा गठित आडिट पार्टी ने निहित स्वार्थ के चलते जिला शिक्षा अधिकारी महासमुंद के कार्यालय पदस्थ आडिटर श्री आर.साहू के आडिट रिपोर्ट के आधार पर दिनांक 30/5/19 को गजराज पाडे को क्लीन चिट प्रदान कर दिया था।
शाला प्रबंधन एवं विकास समिति के सदस्यों ने जिला शिक्षा अधिकारी महासमुंद से मांग की है कि कि गजराज पाडे को तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएं साथ ही साथ उनके विरुद्ध F.I.R.भी दर्ज़ कराई जावे।
शाला प्रबंधन एवं विकास समिति यह भी मांग करती है कि आडिटर श्री आर.के.साहू के विरुद्ध भी झुठी आडिट रिपोर्ट देने के लिए कार्रवाई की जाए।
