
सुशासन में किसानों को मिल रहे फसल बीमा में भी मांगा जा रहा कमीशन :– अंकित
प्रधानमंत्री फसल बीमा में हो रहे भ्रष्टाचार में जीरो टॉलरेंस होगा क्या ?
खल्लारी विधानसभा के तेज तर्रार कांग्रेस नेता व किसान संघर्ष समिति के संयोजक अंकित बागबाहरा ने बताया कि विगत खरीफ फसल में किसानों द्वारा करवाए गए फसल बीमा में विभिन्न सूचनाओं को प्राप्त कर किसानों को दिग्भ्रमित कर बातों में प्रभावित कर किसानों को फसल बीमा हम दिलवा रहे हैं कह कर 20 से 25 प्रतिशत मिलने वाली रकम में कमीशन की मांग की जा रही है ।
अंकित ने आरोप लगाया कि प्रदेश की डबल इंजन सरकार के मुखिया भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की बात कर रहे हैं परन्तु ये सिर्फ बातों में है,आज प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में परेशान मेहनत कश किसानों से उनके खून पसीने से कमाई गई मेहनत पर डाका डालने का प्रयास हो रहा है और उसमें भी सबसे ज्यादा जिम्मेदार कृषि,राजस्व के साथ साथ भाजपा पार्टी से जुड़े जनप्रतिनिधि और बीमा कंपनी के कर्मचारी तक इस भ्रष्टाचार में शामिल है ।
इसका पता इसी से चलता है कि बकायदा लिस्ट ले कर वो किसानों से मिल रहे है कि आपके नाम से इतना पैसा आया है उसका 20 प्रतिशत हमें दो जबकि आज दिनांक तक बागबाहरा कृषि विभाग के बीमा कंपनी की सूची प्राप्त नहीं हुई है । अंकित ने बताया कि बीमा कंपनी से सूची 4 अप्रैल को महासमुंद आ चुकी थी परन्तु जानबूझकर आज दिनांक तक ब्लॉक कार्यालय में उपलब्ध नहीं करवाई गई है ।
इसका पता तब चला जब पीड़ित किसान जिनको फसल बीमा मिला है उनसे ग्राम के वो दूसरे ग्राम के लोग व्यक्तिगत मिल कर पैसे की मांग करने लगे और नहीं देने पर बीमा की राशि वापस ले ली जाएगी की बात भी हो रही है और अगर पैसे दे दोगे तो आगे दो तीन साल तक और पैसे दिलाने की गारंटी ले रहे हैं । जबकि किसानों का फसल बीमा से प्राप्त पैसा उनके केसीसी की उधारी में कट गया है तो किसान आखिर पैसा कहां से लाएंगे ।
इसकी शिकायत आज अंकित बागबाहरा ने लिखित में जिलाधीश की अनुपस्थित में उनके कार्यालय में,कृषि डीडीए को , व बीमा कंपनी के जिला प्रभारी वर्मा जी को की है और मामले की जांच कर कार्यवाही की मांग की है । अंकित ने कहा कि ऐसे लगभग 20 गांव को टारगेट किया गया है, और इसमें मोहंदी, कोलदा, आमानारा,बरबसपुर,कोमा,कसहिबाहरा(फुलवारी) आदि के शामिल होने की जानकारी है, अगर किसानों को परेशान करना बंद नहीं किया गया तो वो उनके साथ आंदोलन करने मजबूर होंगे और किसानों से भी निवेदन किया कि ऐसे किसी भी दबाव में ना आएं और किसी को किसी प्रकार का पैसा फसल बीमा दिलाने के नाम पर ना देवें और कोई परेशान करता है तो मुझे तत्काल इसकी जानकारी देवें ।