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सरकारी प्रशिक्षण में गए आदिवासी किसान की मौत मुआवजे की कोई कोशिश शुरू भी नहीं हुई : -अंकित

कॉंग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता अंकित बागबाहरा ने बताया कि विगत जनवरी माह में बागबाहरा ब्लॉक के ग्राम डूमरडीह के वृद्ध किसान भाई स्व मोहन बरिहा भी उड़ीसा के कालाहांडी में कृषक प्रशिक्षण के लिए कृषि विभाग की ओर से गए थे जहां से वो पूरी होते हुए लौटने वाले थे ! परंतु रास्ते में दुर्घटना होने से उनकी मृत्यु हो गई जिसका आज तक लगभग ढाई माह बीतने के बाद भी उनके परिवार को सहायता राशि दिलवाने की ओर कृषि विभाग की तरफ से कोई भी कार्यवाही नहीं की गई है. अंकित बागबाहरा को जानकारी होने के बाद परिवार से मिलने गाँव पहुंचे जहां वो मृतक की पत्नी श्रीमती सोनबती बरिहा से मिले व परिवार का कुशल क्षेम जाना , मृतक का पत्ता कार्ड बना हुआ है, साथ ही एक्सीडेंट बीमा,व नियमानुसार परिवार सहायता राशि मिलनी है जिसपर अभी तक विभाग के द्वारा कोई समुचित लिखित शासकीय प्रयास शुरू नहीं किया गया है जिसके कारण परिवार को आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड रहा है. अंकित के साथ इस समय परस सोनवानी, जगन पटेल, राकेश दीवान पच व सरपंच पुत्र साहु मौजूद थे, अंकित ने बताया मृतक का बेटा, बहु व उसके तीन नाती नतनिन भी है व भरे पूरे परिवार के ऊपर भारी विपत्ति आन पडी है. जिस विषय पर अंकित ने तत्काल उच्च अधिकारियों के संज्ञान में मामला ला शीघ्र मुआवजा प्रकरण हेतु मांग करेंगे.व इस लापरवाही हेतु जिम्मेदार पर कार्यवाही की मांग भी करेंगे ताकि गरीब आदिवासी को इसका लाभ मिल सके..

डॉ.भास्कर राव पांढरे

डॉ.भास्कर राव पांढरे वर्ष 2010 से पत्रकारिता जगत से जुड़े हुए हैं । इन्होंने विभिन्न समाचार पत्रों में सह संपादक के पद पर अपने दायित्वों का व निर्वहन किया है ।2023 की विधानसभा चुनाव के दौरान छत्तीसगढ़ के विभिन्न विधानसभाओं में जनता का अभिमत जानने के लिएजननायक कार्यक्रम लेकरपहुंचे थे , जो विधानसभा चुनाव के दौरान बहुत लोकप्रिय हुआ था । वर्तमान में यह The Howker News के प्रधान संपादक के पद पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
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