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आम नागरिको की बिजली काटकर अत्याचार और सरकारी कार्यालयों को हजारों करोड़ की माफ़ी शिष्टाचार : अंकित

अपनों पर रहम, गैरों पर सितम ये ठीक नहीं : अंकित

बिजली विभाग का आम नागरिको की बिजली काटकर अत्याचार और सरकारी कार्यालयों को हजारों करोड़ की माफ़ी शिष्टाचार

कॉंग्रेस पार्टी के कद्दावर सक्रिय नेता अंकित बागबाहरा ने बताया कि जबसे डबल इंजन की सरकार का अवतरण इस राज्य में हुआ है तब से उनके मुखिया के बिजली विभाग में समस्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है, अंकित ने बताया अधिकतर ग्रामीण इलाकों में पहले रीडिंग वाले जाते नहीं,फिर एवरेज बिल भेजकर खानापूर्ति करते हैं जबकि उन्हें प्रति कनेक्शन 5 रुपये तक रीडिंग और बिजली बिल छोड़ने का मिलता है जो सीधा विभाग के अधिकारियों की जेब में जाता है और जब कोई ईमानदार जेई या एई आता है और रीडिंग करवाता है तो मनमाने बिल की हकीकत सामने आती है . जिसका भुगतान आम जनता को भुगतना पड़ता है! जबकि कई जगहों पर एकल बत्ती में मीटर की खराबी के चलते लाखों का बिजली बिल भेजा जाता है! और ऐन परीक्षा के समय, गर्मी के दिनों में बिजली काटी जा रही है और खुद की सरकार के सरकारी विभागों का हजारों करोड़ रुपये बाकी है और विभाग वाले मजे से एसी चेंबर में बैठे हैं!
अंकित ने बताया कि वर्तमान विधानसभा सत्र में नेता प्रतिपक्ष डॉ चरणदास महंत के प्रश्न पर मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने बताया कि माह जनवरी 2025 की स्थिति में शासकीय विभागों, निगम, मंडलों पर बिजली बिल की कुल बकाया राशि 2576.59 (दो हजार पांच सौ करोड़ से ज्यादा का बकाया है)
पर उनका विद्युत कनेक्शन विच्छेद नहीं किया जा रहा है!
अंकित ने आगे बताया कि सबसे ज्यादा बिल पूरे प्रदेश में नगरीय निकाय का बकाया लगभग 1500 करोड़ है, फिर पंचायती राज विभाग का लगभग 591 करोड़ है और हद तो ये है कि विद्युत निरीक्षण कार्यालय/क्रेडा का 52 लाख का बिजली बिल बकाया है और कुल 45 विभाग के 2576.59 करोड़ रुपये का बिल बकाया है!
अन्त में अंकित ने विष्णु सरकार से निवेदन किया कि पहले अपने विभागों से वसूली पूरी करें फिर आम जनता को परेशान करें!!

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