
जहां सजते थे महफिल आज उसे सुना करके चले गए देवेंद्र भैय्या। कचहरी चौंक के दो शख्सियत की पहचान भागेश बैद ओर देवेंद्र जैन…..
कचहरी चौंक के दो शख्सियत की पहचान भागेश बैद ओर देवेंद्र जैन

आज दोनों की कमी कोई पूरा नहीं कर सकता।

देवेंद्र भैय्या के कार्यालय में बड़े बड़े दिग्गजों का होता था बैठना ।


धमतरी । धमतरी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के परिवार से संबंध रखने वाले वरिष्ठ पत्रकार पूर्व एल्डरमैन देवेंद्र जैन कुछ दिनों से अस्वस्थ चल रहे थे फिर भी वह अपने दुकान कार्यालय में जाने से कुछ दिनों पहले बैठे थे ।
हालांकि उनके तबियत की खबर उनके सभी इष्ट मित्र सहित शुभचिंतकों को पता था ।कुछ महीने पहले भागेश बेद के जाने से भी सुना हुआ धमतरी का वो स्थानवरिष्ठ भाजपा नेता भागेश बेद के दुकान में भी ऐसे ही महफिल सजता था हालांकि आज भी उनके कुछ मित्रो का घर आना जाना है परिवार की पूछ परख वो करते है।
बेध के संबंध भी पत्रकारों और नेताओं से काफी घनिष्ठता थी उनके भी कार्यालय दुकान निवास में सभी का जमघट हुआ करता था । उनके भी नहीं होने से सुना सा माहौल लगता है वह हृदय स्थल सरलता के मिसाल थे देवेंद्र भैय्या सरलता के कारण भी उनकी एक अलग पहचान धमतरी में था यही कारण है कि उनके मित्र ज्यादा हुए कम बोलना सबकी सुनना वो ज्यादा पसंद करते थे ।

पत्रकार नेता विधायक पूर्व विधायक सबकी महफिल होता था देवेन्द्र भैय्या के कार्यालय में आज वह कार्यालय जो हमेशा खुला रहता था आज मेरी नजर जब देवेंद्र भैय्या के कार्यालय की तरफ पड़ा और बंद देखा तो मेरी आँखें नम हो गया क्योंकि उनसे मेरा भी संबंध उनसे अच्छा था छोटे भाई की तरह उन्होंने प्यार दिया आज आपकी कमी हृदय। स्थलकचहरी चौंक को सुना कर दिया
