
असत्य पर सत्य की जीत में बिखरे बिखरे दिखे निगम के जनप्रतिनिधि
असत्य पर सत्य की जीत में बिखरे बिखरे दिखे निगम के जनप्रतिनिधि
सभापति का जब रामलीला आरती के लिए नहीं पुकारा गया नाम

रावण दहन देखने उमड़ी भीड़
धमतरी । हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी नगर निगम द्वारा रावण दहन का कार्यकम गोशाला मैदान में रखा गया था। और व्यवस्था भी नगर निगम की अच्छा खासा रहा लेकिन वो कहते है न कि कोई न कोई ऐसा मामला तुल पकड़ लेता है जो लोगों की बीच चर्चा बन जाता है।सभापति अध्यक्ष का जब नाम नहीं पुकारा गया और न ही उद्बोधन कार्यक्रम में उपस्थित नगर निगम सभापति अध्यक्ष कौशल्या देवांगन को जब रामलीला का मंचन कार्यक्रम चल रहा उस वक्त जब आरती के लिए सभी जनप्रतिनिधि को नाम से आमंत्रित किया गया उस वक्त सभापति का नाम नहीं पुकारा जाना लोगो के बीच चर्चा का विषय बना रहा ।

इसे जानबूझकर कहे या भूल वस कहे लेकिन उपेक्षा निगम के संवैधानिक पदों में बैठे पदाधिकारी का नहीं होना चाहिए ।बिखरे बिखरे क्यों दिखे निगम के जनप्रतिनिधि नगर निगम के कुछ पार्षद एम आई सी मेंबर कार्यक्रम में बिखरे बिखरे से दिख रहे थे कारण क्या है। ये तो वर्तमान में चल रहे निगम में काना फुंसी के चलते बाजार में भी खबर रायता की तरह फैल रहा की निगम में जनप्रतिनिधियों के बीच खींच तान आरम्भ हो चुका है अब भले ही वो सफाई देते रहे।

चर्चा पर सभापति ने कहा सम्मान मिलना चाहिएसभापति कौशल्या देवांगन ने चर्चा में बताए कि उनका नाम रामलीला मंचन आरती के समय नहीं पुकारा गया इस विषय में उनका कहना है कि सम्मान मिलना चाहिए था फिर बाद में आनन फानन में सिर्फ नाम ही पुकारा गया।विपक्ष को मिला भरपूर सम्मान ये भी अच्छा संदेश गया कि विपक्ष के जनप्रतिनिधियों को भरपूर सम्मान दिया गया। विधायक पूर्व विधायक नेता प्रतिपक्ष उपनेता प्रतिपक्ष सबको सम्मान दिया गया।
