
छेड़ सुरों के गीत स्पर्धा की कुमकुम विजेता
छत्तीसगढ़ से 60 से अधिक प्रतिभागियों ने लिया हिस्सा
धमतरी। हरदिहा साहू समाज भवन में 21 सितम्बर को छेड़ सुरो के गीत गायन प्रतियोगिता छत्तीसगढ़ म्यूजिक ग्रुप द्वारा आयोजित की गई। छत्तीसगढ़ स्तर पर आयोजित इस स्पर्धा में शामिल होने प्रदेश के कोने-कोने से प्रतिभागी पहुंचे थे। छत्तीसगढ़ी भाषा से समृद्ध गीत गाकर कलाकारों ने श्रोताओं को झूमने पर मजबूर कर दिया।21 सितम्बर को प्रतिभागी सुबह 9 बजे से कार्यक्रम स्थल पहुंच गए थे। स्पर्धा का शुभारंभ पंजीयन पश्चात सुबह 11 बजे हुआ।


4 बजे से 40 प्रतिभागियों का ऑडिशन राउंड चला। लाइव म्यूजिक के साथ कलाकारों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुति दी। तत्पश्चात शाम 5 बजे चयनित 19 प्रतिभागियों ने छत्तीसगढ़ी वेशभूषा में प्रदर्शन किया। निर्णायक छत्तीसगढ़ के नामचीन कलाकार भूषण पटेल, संगीता मानिकपुरी, तीजन पटेल, जागृत कुमार थे। उन्होंने सभी गायक कलाकारों की प्रस्तुति के बाद गायन की बारीकियों से उनके गीतों की समीक्षा कर नंबर दिए।शाम को समापन सत्र के मुख्य अतिथि नीलकंठ टेकाम (पूर्व आईएएस) केशकाल विधायक थे। शासकीय सेवक संघ के प्रांताध्यक्ष आरएन ध्रुव, शिवचरण नेताम, सुदर्शन ध्रुव भी मौजूद थे। प्रतिभागियों की प्रस्तुति देखकर उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ी गीतों की स्पर्धा उन्होंने पहली बार देखी है। इस आयोजन से उन्हें छत्तीसगढ़ी गीतों को महसूस करने का मौका मिला।श्री टेकाम ने आयोजन में उनको बुलाने के लिए कार्यक्रम संयोजक लोकेश करैत का आभार मानकर उनका ही सम्मान कर दिया। अतिथि उद्बोधन पश्चात स्पर्धा के फाइनल राउंड में प्रतिभागियाें ने प्रस्तुति दी। सम्पूर्ण प्रस्तुति के बाद निर्णायकों के आधे घंटे के गहन मंथन पश्चात परिणाम की घोषणा की गई। पुरस्कार वितरण समारोह रात्रि 10:30 बजेे हुआ। सबसे पहले पांच अच्छे बॉटम कलाकारों को सांत्वना पुरस्कार दिया गया। मंच पर लुकेश्वर साहू, शिवानी सोनानी, नंदू विश्वकर्मा, आरती ठाकुर, रमन जैन को सांत्वना पुरस्कार बांटा गया। इसके बाद टॉप 3 कलाकारों की घोषणा की गई। तृतीय पुरस्कार सरला साहू को उनके गीत ‘अबके सजनवा परदेस गए ’ के लिए मिला। द्वितीय पुरस्कार भूमि सागर को उनके गाए गीत ‘गूंजे रे अलिन गलिन ’ के लिए मिला। अंत में कुमकुम मिश्रा रायपुर को उनके द्वारा धीर गंभीर रूप से प्रस्तुत गीत ‘तोर मिठ मिठ बोली में राजाजी मोर जान बसे हे’ के लिए प्रथम पुरस्कार दिया गया। प्रथम पुरस्कार 21,000, द्वितीय पुरस्कार 11,000 और तृतीय पुरस्कार की राशि 5100 प्रतिभागियों के खाते में ट्रांसफर करने की बात कही गई। कार्यक्रम की सफलता में छत्तीसगढ़ म्यूजिकल ग्रुप के संयोजक लोकेश करैत, सुनील साहू, संगीता मानिकपुरी, भूषण पटेल, कुंदन ठाकुर, तीजन पटेल का विशेष योगदान रहा।
