
कुरूद के महतारी काली मंदिर में पूर्व विधायक गुरुमुख सिंह होरा ने किया दीप प्रज्वलन, नवरात्र पर दी शुभकामनाएं
धमतरी। नवरात्र पर्व के शुभ अवसर पर कुरूद विधानसभा क्षेत्र स्थित छत्तीसगढ़ महतारी काली मंदिर में श्रद्धा और आस्था का विशेष माहौल देखने को मिला। इस अवसर पर धमतरी के भूतपूर्व विधायक, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष एवं मंदिर के प्रमुख संस्थापक गुरुमुख सिंह होरा ने अपनी धर्मपत्नी के साथ पहुंचकर विधिविधान से माता रानी की पूजा-अर्चना की और दीप प्रज्वलित किया।


गुरुमुख सिंह होरा ने क्षेत्रवासियों को नवरात्र पर्व की हार्दिक बधाई और मंगलकामनाएं देते हुए कहा कि माता रानी की कृपा सभी पर बनी रहे और समाज में शांति, समृद्धि तथा आपसी सद्भावना का वातावरण कायम हो।
मनोकामना ज्योत की परंपरा
मंदिर प्रबंधन ने बताया कि महतारी काली मंदिर में *मनोकामना ज्योत* जलाने की परंपरा लंबे समय से चली आ रही है। श्रद्धालुओं का विश्वास है कि इस ज्योत के माध्यम से उनकी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। यही वजह है कि नवरात्र के दिनों में न केवल क्षेत्रवासी, बल्कि दूर-दराज़ से भी भक्त परिवार सहित यहां पहुंचते हैं और अपने नाम से ज्योत जलाकर माता से आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।
सांस्कृतिक और सामाजिक केंद्र के रूप में मंदिर
यह मंदिर केवल आस्था का केंद्र नहीं है, बल्कि सांस्कृतिक और सामाजिक गतिविधियों का भी प्रमुख स्थल माना जाता है। नवरात्र जैसे पर्वों पर यहां भक्तिमय वातावरण के साथ सामूहिक सहभागिता देखने को मिलती है। सामूहिक पूजा, भजन-कीर्तन और दीप प्रज्वलन जैसे आयोजन सामाजिक एकता और धार्मिक उत्साह को मजबूत करते हैं।
संस्थापक की भूमिका और दृष्टि
मंदिर के संस्थापक के रूप में गुरुमुख सिंह होरा की भूमिका विशेष रूप से उल्लेखनीय है। उनकी पहल और संकल्प से यह मंदिर आज क्षेत्र की धार्मिक पहचान बन चुका है। केवल राजनीति तक सीमित न रहते हुए उन्होंने सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहरों को भी सहेजने का काम किया है। यही वजह है कि महतारी काली मंदिर आज श्रद्धा और विश्वास का केंद्र बन गया है।
भक्तिमय माहौल
नवरात्र के अवसर पर मंदिर प्रांगण भक्ति से सराबोर रहा। माता के जयकारों से वातावरण गूंज उठा और भक्तों ने आस्था और विश्वास के साथ पूजा-अर्चना में भाग लिया। इस अवसर पर दीप प्रज्वलन से लेकर मनोकामना ज्योत तक, हर परंपरा ने लोगों को आध्यात्मिक अनुभव प्रदान किया।
