
धमतरी कलेक्टर की सख्ती से अवैध रेत परिवहन पर कार्रवाई, लेकिन खनिज विभाग की लापरवाही से जारी उत्खनन : कोमल संभाकर
धमतरी। जिले में अवैध रेत परिवहन पर नकेल कसने के लिए कलेक्टर द्वारा की जा रही कार्रवाई की चारों ओर सराहना हो रही है। बीते दिनों प्रशासन ने कई ऐसे वाहनों पर कार्यवाही की जो बिना अनुमति या निर्धारित समय के बाद शहर से गुजर रहे थे। कलेक्टर की इस पहल को आम जनता और सामाजिक कार्यकर्ता नियमों के पालन की दिशा में सकारात्मक कदम मान रहे हैं।

लेकिन दूसरी ओर जिले के कई इलाकों में अब भी चैन माउंटेन और अन्य खदानों से अंधाधुंध रेत उत्खनन खुलेआम जारी है। नियम के अनुसार रेत से भरे वाहनों को सुबह 6 बजे तक ही शहर के अंदर से गुजरने की अनुमति है, ताकि दिन के समय आम जनता की आवाजाही प्रभावित न हो। इसके बावजूद सुबह 8–9 बजे तक भारी वाहनों की तेज रफ्तार आवाजाही धड़ल्ले से हो रही है। इससे न केवल यातायात अव्यवस्थित हो रहा है बल्कि दुर्घटनाओं की संभावना भी लगातार बनी रहती है।
युवा समाजसेवी कोमल संभाकर ने इस संबंध में गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने बताया कि जब अवैध परिवहन और नियम उल्लंघन की शिकायत लेकर खनिज विभाग के अधिकारी से संपर्क किया गया, तो उन्होंने स्वयं कोई ठोस कार्रवाई करने के बजाय शिकायतकर्ताओं को कार्यालय आकर किसी कर्मचारी से बात करने की सलाह दी। इस रवैये से यह स्पष्ट हो रहा है कि विभाग स्थिति को गंभीरता से नहीं ले रहा है और संभवतः मिलीभगत से अवैध उत्खनन को नजरअंदाज किया जा रहा है।
कोमल संभाकर ने कहा कि यदि खनिज विभाग अपनी जिम्मेदारी निभाए और नियमों का पालन सख्ती से कराए तो कलेक्टर की पहल और अधिक प्रभावी हो सकती है। उन्होंने जिला प्रशासन से मांग की है कि खनिज विभाग के अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाए और ऐसे अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई हो, जो अवैध खनन और परिवहन पर अंकुश लगाने में असफल साबित हो रहे हैं।
