
एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स एवं थाना कोमाखान पुलिस की संयुक्त बड़ी कार्यवाही – 2 तस्कर गिरफ्तार, 9 किलो गांजा सहित 2.02 लाख का माल जप्त
कोमाखान । महासमुंद जिले में एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (Anti Narcotics Task Force) और थाना कोमाखान पुलिस ने संयुक्त कार्यवाही करते हुए अवैध मादक पदार्थ गांजा की तस्करी में शामिल दो आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। आरोपियों के कब्जे से 9 किलो गांजा, एक स्कूटी और दो मोबाइल फोन सहित कुल 2 लाख 2 हजार रुपये का माल जप्त किया गया।

विस्तृत जानकारी
एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स की टीम को निर्देश दिए गए थे कि गांजा तस्करी के खिलाफ एंड टू एंड जांच करते हुए फाइनेंशियल इनवेस्टिगेशन, सोर्स प्वाइंट और डेस्टिनेशन प्वाइंट तक पहुंचकर प्रभावी कार्रवाई की जाए। इसी कड़ी में 05 सितंबर 2025 को मुखबिर से सूचना मिली कि दो व्यक्ति ओडिशा राज्य के खरियार रोड कुर्रूमुडा से स्कूटी में गांजा लेकर महासमुंद जिले के नर्रा क्षेत्र की ओर आ रहे हैं।
सूचना पर तुरंत कार्रवाई करते हुए एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स और कोमाखान पुलिस की टीम ने नर्रा नाका में चेकिंग शुरू की। इसी दौरान सुजुकी स्कूटी क्रमांक CG 04 QG 9867 ओडिशा की ओर से आती दिखाई दी। स्कूटी में दो व्यक्ति सवार थे जिन्हें रोककर पूछताछ की गई।
गिरफ्तार आरोपी
- रमेश बाघ, पिता सहदेव बाघ, उम्र 20 वर्ष, निवासी सिनापाली थाना नुवापाडा जिला नुवापाडा (ओडिशा) – हाल निवास भांठागांव रावतपुरा फेस नंबर 01, थाना टिकरापारा, जिला रायपुर (छ.ग.)।
- देवेन्द्र जगत, पिता स्व. कलीराम जगत, उम्र 30 वर्ष, निवासी वार्ड क्रमांक 34 जगन्नाथ नगर पंडरी, थाना सिविल लाइन, जिला रायपुर (छ.ग.)।
पुलिस द्वारा ओडिशा से आने का कारण पूछे जाने पर दोनों आरोपियों ने गोलमोल जवाब दिए, जिस पर टीम को शक हुआ। वाहन की तलाशी लेने पर स्कूटी के सामने रखी एक प्लास्टिक बोरी से 9 किलो अवैध गांजा बरामद हुआ। पूछताछ में आरोपियों ने स्वीकार किया कि वे गांजा ओडिशा से लेकर आए थे और रायपुर में बिक्री के लिए जा रहे थे।
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जप्त सामग्री
- 9 किलो गांजा – कीमत 1,35,000 रुपये
- एक स्कूटी – कीमत 60,000 रुपये
- दो मोबाइल फोन – कीमत 7,000 रुपये
👉 कुल जप्त मूल्य – 2,02,000 रुपये
आरोपियों के खिलाफ थाना कोमाखान में धारा 20(ख) एनडीपीएस एक्ट के तहत अपराध दर्ज कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है।
पुलिस की बड़ी सफलता
यह पूरी कार्रवाई एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स और महासमुंद पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा की गई, जो जिले में नशे के कारोबार के खिलाफ बड़ी सफलता मानी जा रही है।
