
ओडिशा से भिलाई तक फैला गांजा नेटवर्क की टुटी कमर।22 किलो गांजे के साथ 3 तस्कर गिरफ्तार …..
अंतर्राज्यीय तस्कर किशन पटेल समेत तीन गिरफ्तार, लाखों का माल जब्त
महासमुंद। एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (ANTF) और थाना कोमाखान पुलिस की संयुक्त टीम ने अवैध मादक पदार्थ गांजा तस्करी के खिलाफ बड़ी कार्यवाही करते हुए ओडिशा से छत्तीसगढ़ तक फैले एक नेटवर्क को ध्वस्त कर दिया है। पुलिस ने 22 किलो गांजा, एक लग्जरी कार और मोबाइल फोन सहित करीब 10 लाख 33 हजार रुपए का माल जब्त किया है।

संदिग्ध कार की डिक्की से निकला गांजा
1 सितंबर की सुबह टेमरी नाका पर पुलिस टीम वाहनों की चेकिंग कर रही थी। तभी ओडिशा की ओर से आ रही एक मारुति डिज़ायर कार (क्रमांक OD 26 G 3624) को रोका गया। कार में अकेला सवार व्यक्ति पूछताछ में गोलमोल जवाब देने लगा। शक होने पर जब डिक्की खोली गई तो डिक्की के भीतर से बोरी में भरा 22 किलो गांजा बरामद हुआ।
आरोपी ने अपना नाम किशन पटेल (47 वर्ष, निवासी कोटिपदर, थाना राजा खारियार, उड़ीसा) बताया।
भिलाई-दुर्ग था ‘डेस्टिनेशन प्वाइंट’
पूछताछ में खुलासा हुआ कि गांजा की डिलीवरी दुर्ग जिले के खुर्सीपार इलाके में की जानी थी। पुलिस ने तत्काल दबिश देकर खरीदारों आनंद देवार (22 वर्ष) और महेश देवार (40 वर्ष) को उनके घरों से गिरफ्तार कर लिया। दोनों ने स्वीकार किया कि वे लंबे समय से गांजा की खरीदी-बिक्री में शामिल हैं।
10 लाख 33 हजार का माल जब्त
कार्रवाई में पुलिस ने—
- 22 किलो गांजा, कीमत 3 लाख 33 हजार रुपए
- मारुति डिज़ायर कार, कीमत 7 लाख रुपए
- 4 मोबाइल फोन, कीमत 13 हजार रुपए
कुल मिलाकर 10 लाख 33 हजार रुपए का माल जब्त किया।
एनडीपीएस एक्ट के तहत हुई कार्यवाही
पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ NDPS एक्ट की धारा 20(ख) के तहत अपराध दर्ज कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है। ANTF और महासमुंद पुलिस की यह संयुक्त कार्यवाही न केवल गांजा परिवहनकर्ता को पकड़ने में कामयाब रही, बल्कि खरीदारों तक पहुँचकर पूरे नेटवर्क को ध्वस्त करने में भी बड़ी सफलता साबित हुई।
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