
जगद्गुरु रामानंदाचार्य नरेंद्राचार्य का भखारा आगमन — भव्य आध्यात्मिक समारोह में उमड़ेगा श्रद्धालुओं का सैलाब
धमतरी के भखारा में 3 अगस्त को होगा दिव्य प्रवचन, दर्शन, मार्गदर्शन एवं दीक्षा समारोह
विक्रांत शर्मा, धमतरी
धमतरी।छत्तीसगढ़ की पावन भूमि पर एक बार फिर आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार होने जा रहा है। दक्षिण पीठ, नाणीजधाम (महाराष्ट्र) के पीठाधीश्वर जगद्गुरु रामानंदाचार्य नरेंद्राचार्य जी महाराज का एक दिवसीय शुभागमन आगामी 3 अगस्त को भखारा (धमतरी) में होने जा रहा है। इस दिव्य आयोजन का स्थल कृषि उपज मंडी, भखारा तय किया गया है, जहाँ सुबह 9 बजे से विशाल प्रवचन, दर्शन, मार्गदर्शन एवं उपासक दीक्षा का भव्य कार्यक्रम आयोजित होगा।
इस महामंगल अवसर पर छत्तीसगढ़ सहित आसपास के राज्यों से हजारों श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है, जो जगद्गुरु श्री के दिव्य वचनों, आध्यात्मिक अनुभूतियों और समस्या समाधान के अमृतोपदेश से लाभान्वित होंगे।
करोड़ों लोगों के जीवन को दिशा देने वाला “समस्या मार्गदर्शन”
जगद्गुरु नरेंद्राचार्य जी के समस्या मार्गदर्शन समारोह का लाभ आज तक विश्वभर के करोड़ों लोगों ने प्राप्त किया है। श्रीचरणों से मार्गदर्शन पाकर असंख्य जीवनों में आया दुख दूर हुआ है, और लोगों ने सुख, शांति व संतुलन से भरपूर आध्यात्मिक जीवन अपनाया है। उनके बताए आध्यात्मिक अनुशासन ने लोगों को न केवल मानसिक बल दिया, बल्कि आत्मिक उन्नति की राह भी दिखाई है।
नि:शुल्क पर्ची वितरण : प्रातः 7 से 8 बजे तक
जिन श्रद्धालुओं को अपने जीवन की समस्याओं पर मार्गदर्शन प्राप्त करना है, उनके लिए नि:शुल्क समस्या मार्गदर्शन पर्ची कार्यक्रम स्थल पर 3 अगस्त की सुबह 7 बजे से 8 बजे तक वितरित की जाएगी। इसके माध्यम से आप सीधे जगद्गुरु श्री से अपना मार्गदर्शन प्राप्त कर सकते हैं।
स्व-स्वरूप संप्रदाय छत्तीसगढ़ की ओर से आत्मीय आमंत्रण
इस आयोजन की पूर्ण व्यवस्था स्व-स्वरूप संप्रदाय छत्तीसगढ़ द्वारा की जा रही है, जिसने समस्त छत्तीसगढ़ वासियों से आग्रह किया है कि इस दुर्लभ अवसर का लाभ उठाते हुए सपरिवार कार्यक्रम में सम्मिलित हों और जगद्गुरु श्री के दर्शन व आशीर्वाद से अपने जीवन को धन्य बनाएं।
आयोजन सारांश:
📍 स्थान: कृषि उपज मंडी, भखारा (धमतरी)
📅 तारीख: 3 अगस्त 2025 (शनिवार)
🕘 समय: सुबह 9 बजे से
📝 समस्या पर्ची वितरण: सुबह 7 बजे से 8 बजे तक (नि:शुल्क)
👥 आयोजक: स्व-स्वरूप संप्रदाय छत्तीसगढ़
“एक बार दर्शन मात्र से मन प्रसन्न हो जाता है, और प्रवचन से जीवन का उद्देश्य स्पष्ट हो जाता है।”
आइए, इस ऐतिहासिक आयोजन का हिस्सा बनें और आध्यात्मिक उन्नति की ओर एक कदम और बढ़ाएं।