
मोबाइल चोर निकला “फर्जी प्रदेश अध्यक्ष” | बीजेपी के सिंबल और फर्जी पहचान के साथ कर रहा था चोरी, जिला पंचायत सभापति का मोबाइल और पैसे उड़ाए
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छत्तीसगढ़ समेत कई राज्यों में दर्ज हैं 10 से अधिक आपराधिक मामले, ‘Find My Phone’ से खुला राज
महासमुंद/रायपुर।
सत्ता और पद का नकली मुखौटा पहनकर ठगी का खेल खेलने वाला एक अंतरराज्यीय मोबाइल चोर आयुष डागा आखिरकार पुलिस की गिरफ्त में आ गया है। यह शातिर अपराधी खुद को “स्वाभिमान टैक्सी मालिक संघ” का प्रदेश अध्यक्ष बताकर, नेताओं और आम जनता को चकमा दे रहा था।

आरोपी ने हाल ही में पटेवा स्थित पतई माता हॉस्पिटल के ICU वार्ड से एक मोबाइल चोरी किया, जिसमें तकनीकी ‘जुगाड़’ लगाकर उसने सीधे जिला पंचायत सभापति रवि फरोदिया के मोबाइल फोन तक पहुंच बना ली। उसने न केवल फोन का डाटा निकाला, बल्कि उसके माध्यम से पैसे भी ट्रांसफर कर लिए।
इस अपराधी की पहचान को और मजबूत बनाने के लिए उसने अपनी कार पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) के चुनाव चिन्ह (कमल) की नेम प्लेट लगा रखी थी, ताकि कोई उसे आम ठग न समझे। इसी के साथ वह स्वयं को खुलेआम “प्रदेश अध्यक्ष” बताकर सार्वजनिक कार्यक्रमों में घूमता था।
🔎 तकनीक ने खोला भेद
आख़िरकार पीड़ित और पुलिस ने गूगल के ‘Find My Phone’ फीचर का सहारा लिया, जिससे आरोपी की लोकेशन ट्रेस हुई और वह पुलिस के हत्थे चढ़ गया।
🚨 पुराना अपराधी, नया तरीका
जानकारी के अनुसार, आयुष डागा के खिलाफ छत्तीसगढ़ सहित अन्य राज्यों में भी 10 से अधिक मामले दर्ज हैं। वह तकनीकी साधनों के ज़रिए फोन हैक करता था और सोशल इंजीनियरिंग के जरिए लोगों को अपना शिकार बनाता था।
❓ राजनीतिक प्रतीकों का दुरुपयोग
आरोपी द्वारा बीजेपी के सिम्बल का दुरुपयोग करना एक गंभीर मामला बन गया है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि कहीं वह किसी संगठित गिरोह से तो नहीं जुड़ा हुआ था।
🗣 पुलिस क्या कहती है?
जांच अधिकारियों का कहना है कि, “आरोपी पेशेवर अपराधी है, जो लगातार पहचान बदलकर और राजनीतिक पदों का फर्जी दावा कर लोगों को धोखा दे रहा था। इसकी पूरी नेटवर्किंग की जांच की जा रही है।”
🛑 अब सवाल उठता है — क्या यह सिर्फ एक शातिर चोर है या इसके पीछे है पॉवर और अपराध का खतरनाक गठजोड़?
📍 जुड़े रहिए अगली रिपोर्ट में…
रिपोर्ट | The Hawker
(इस खबर का प्रकाशन अनुमोदित तथ्यों एवं सूत्रों पर आधारित है)
