
जिले की विभिन्न प्रभात शाखाओं में प्रहार दिवस व प्रहार महायज्ञ संपन्न
धमतरी।जिले में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की विभिन्न प्रभात शाखाओं में प्रहार दिवस एवं प्रहार महा यज्ञ व्रत–2025 श्रद्धा, अनुशासन एवं उत्साह के साथ मनाया गया। प्रातः 6 बजे स्वयंसेवक निर्धारित स्थलों पर एकत्रित हुए।

संघ ध्वज फहराने के पश्चात दंड प्रहार का अभ्यास किया गया, जिसमें युवा एवं प्रौढ़ स्वयंसेवकों ने पूर्ण निष्ठा के साथ सहभागिता की।उल्लेखनीय है कि 16 दिसंबर 1971 को भारत–पाकिस्तान युद्ध में भारत की ऐतिहासिक विजय के उपलक्ष्य में यह दिन विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है।
इसी गौरवशाली विजय की स्मृति में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा प्रत्येक वर्ष 16 दिसंबर को प्रहार दिवस मनाया जाता है, जिसके माध्यम से राष्ट्रभक्ति, अनुशासन एवं शारीरिक-सांस्कृतिक चेतना को सुदृढ़ करने का संदेश दिया जाता है।शिवाजी प्रभात शाखाशिवाजी प्रभात शाखा में नगर संघचालक रामलखन गजेन्द्र ने 151, प्रतापराव कृदत ने 115, शिवाजी साहू ने 100, राघव राव रणसिंह ने 300, राजू सोनकर ने 730, उमेश सिंह बशिस्ट ने 750, शिरोमणि घोरपड़े ने 501, नितेश कुंभकार ने 320, दिनेश पटवा ने 360, राजकुमार पटेल ने 900, ऋषिकांत सिन्हा ने 200, पवन कौशिक ने 100, देवेंद्र गुप्ता ने 40, विनोद राव रणसिंह ने 151, नील पटेल ने 151, दिनकर राव चव्हाण ने 51 तथा योगेश साहू ने 51 दंड प्रहार किए।इस शाखा में कुल 4961 प्रहार संपन्न हुए।
प्रहार महा यज्ञ व्रत–2025 (आमातालाब)मां जगत जननी रिसाई माता प्रभात शाखा, आमातालाब धमतरी में आयोजित प्रहार महा यज्ञ व्रत–2025 में 14 स्वयंसेवकों ने सहभागिता की। इनमें 45 वर्ष से कम आयु के 4 स्वयंसेवक शामिल रहे।यहाँ 8 स्वयंसेवकों ने न्यूनतम 1000 से अधिक प्रहार किए। आयोजन के दौरान कुल 12,173 प्रहार संपन्न हुए, जिनमें 12 स्वयंसेवकों द्वारा सटीक प्रहार किए गए। सभी 14 स्वयंसेवकों ने 100 से अधिक प्रहार किए।
मां विंध्यवासिनी प्रभात शाखा का प्रहार अभ्यासदिनांक 16 दिसंबर 2025 को मां विंध्यवासिनी प्रभात शाखा में आयोजित प्रहार अभ्यास में लेखराम नेताम ने 1720, नोहेरलाल देवांगन ने 1100, शैलेन्द्र साहू ने 486, निलेश कुमार देवांगन ने 750, अनुपम कुमार देवांगन ने 400, चंद्रशेखर घृतमवार ने 600, होमेश्वर चंद्रकर ने 250, वसंत कुमार सोनकर ने 499, केदारनाथ वर्मा ने 102, विशाल ग्रेडे ने 400 तथा ओमेश साहू ने 28 दंड प्रहार किए।इस शाखा में कुल 6335 प्रहार संपन्न हुए।
प्रहार दिवस का उद्देश्यप्रहार दिवस एवं प्रहार महा यज्ञ व्रत का आयोजन स्वयंसेवकों की शारीरिक, मानसिक एवं नैतिक सुदृढ़ता के साथ राष्ट्ररक्षा के प्रति सजगता बढ़ाने के उद्देश्य से किया जाता है। दंड प्रहार से अनुशासन, साहस, एकाग्रता, आत्मसंयम एवं आत्मरक्षा की भावना विकसित होती है, जिससे स्वयंसेवक समाज और राष्ट्र के लिए स्वस्थ, सक्षम एवं कर्तव्यनिष्ठ नागरिक बन सकें।





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